hifen 200 टैबलेट का मुख्य इस्तेमाल निमोनिया, निमोनाइटिस,ब्रोंकाइटिस,गले में टॉन्सिल्स,कान में संक्रमण,फुफ्फुस व्रण , मूत्र मार्ग संक्रमण , सूजाक , त्वचा व कोमल ऊतक संक्रमण , पित्ताशय व पित्तावाहिनी के संक्रमण , शल्यक्रिया के बाद संक्रमण को दूर करने में किया जाता है।
इस टैबलेट को (सेफिक्सिम) घटक को मिलाकर बनाया गया है। यह एक तृतीय श्रेणी की एंटीबॉयोटिक समूह में आने वाला घटक है। यह दवा बेक्टेरिया से होने वाले संक्रमण को दूर करने में मदद करता है।
यह ध्यान रखना जरूरी है कि इसका उपयोग केवल डॉक्टर की सलाह के अनुसार किया जाना चाहिए, इसकी उपचार की खुराक और अवधि व्यक्तिगत रोगी और इलाज की स्थिति पर निर्भर करती है। अनुपयुक्त रूप से या निर्धारित अवधि से अधिक समय तक एंटीबायोटिक्स लेने से एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी बैक्टीरिया का विकास हो सकता है, जो भविष्य में होने वाले उपचारों को कम प्रभावी बना सकता है।
इस दवा के कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं, इसके सामान्य दुष्प्रभावों में सिर दर्द,दस्त,चकते, मितली आना, घबराहट,सुस्ती जैसे साइड इफेक्ट हो सकते है, इस दवा को लेने पर यह साइड इफेक्ट न जाने पर आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए ।
Reed more -जानिए intagesic mr टेबलेट के फ़ायदे, उपयोग और नुकसान इसकी पूरी जानकारी
hifen 200 क्या है । hifen 200 dt
इस दवा में उपयोग किया जाने वाला घटक सेफिक्सिम एक तृतीय श्रेणी की एंटीबॉयोटिक समूह में आने वाला घटक है,यह निमोनिया , निमोनाइटिस , फुफ्फुस व्रण , मूत्र मार्ग संक्रमण , सूजाक , त्वचा व कोमल ऊतक संक्रमण , पित्ताशय व पित्तावाहिनी के संक्रमण , शल्यक्रिया के बाद संक्रमण को दूर करने में मदद करता है।
सेफिक्सिम का कार्य क्षेत्र काफी विस्तृत है । यह ग्राम – निगेटिव जीवाणु तथा बहुत से ग्राम – पौजीटिव जीवाणुओं पर प्रभावकारी है,इसके इस्तेमाल से नाक,कान और गले में होने वाले संक्रमण को दूर करने में मदद मिलती है।यह बहुत ही प्रभावकारी एंटीबॉयोटिक दवा है,इसके नियमित सेवन से बैक्टेरिया से होने वाले संक्रमण को दूर किया जा सकता है।
hifen 200 किस प्रकार से अपना काम करती है। hifen 200 dt uses
यह सेफलोस्पोरिन ग्रुप में आने वाली एक एंटीबॉयोटिक दवा है,यह बैक्टीरिया से होने वाले संक्रमण को दूर करने में मदद करती है,यह दवा ट्रांसपेप्टिडेज़ नामक एंजाइम को रोककर अपना कार्य करती है,
सेफिक्सिम अपना कार्य ग्राम – निगेटिव जीवाणु तथा बहुत से ग्राम – पौजीटिव जीवाणुओं पर अपना प्रभावकारी कार्य करती है,इसके इस्तेमाल से निमोनिया , निमोनाइटिस , फुफ्फुस व्रण , मूत्र मार्ग संक्रमण , सूजाक , त्वचा व कोमल ऊतक संक्रमण होने पर यह दवा इन संक्रमण को दूर करने में फायदेमंद है।
hifen 200 के फ़ायदे । hifen 200 dt uses in hindi
इस दवा से होने वाले फ़ायदे इस प्रकार हैं
निमोनिया को दूर करने में फायदेमंद
व्यक्ति को निमोनिया होने पर डॉक्टर द्वारा इस दवा का उपयोग किया जाता है, निमोनिया संक्रमण को दूर करने में यह दवा प्रभाव कारी है इसके इस्तेमाल से निमोनिया संक्रमण को दूर किया जा सकता है।
मूत्र मार्ग संक्रमण को दूर करने में फायदेमंद
मूत्र मार्ग संक्रमण होने पर डॉक्टर द्वारा इस दवा का उपयोग किया जाता है,यह दवा मूत्र मार्ग संक्रमण दूर करने में फायदेमंद है ।
त्वचा में होने वाले संक्रमण दूर करने में फायदेमंद
यह दवा दवा त्वचा पर होने वाले संक्रमण को दूर करने में फायदेमंद है, इसके इस्तेमाल से त्वचा पर होने वाले संक्रमण को दूर करने में मदद मिलती है।
कान के संक्रमण दूर करने में फायदेमंद
यह दवा कान में होने वाले संक्रमण को दूर करने में फायदेमंद है डॉक्टर के द्वारा कान में होने वाले संक्रमण को दूर करने में इस दवा का इस्तेमाल किया जाता है।
गोनोरिया संक्रमण होने पर
इस दवा का इस्तेमाल गोनोरिया संक्रमण होने पर डॉक्टर के द्वारा इस जगह का इस्तेमाल किया जाता है यह दवा गोनोरिया संक्रमण दूर करने में मदद करती है।
गले में होने वाले संक्रमण को दूर करने में फायदेमंद
इस्तेमाल गले में होने वाले टॉन्सिल को दूर करने में किया जाता है यह गले में होने वाले संक्रमण को दूर करने में मदद करती है इस दवा के इस्तेमाल से गले के संक्रमण को दूर किया जाता है।
hifen 200 का उपयोग । hifen 200 dt tablet uses in hindi
इस दवा का उपयोग यह निम्नलिखित लक्षणों में किया जाता है जैसे
• निमोनिया
• निमोनाइटिस
• ब्रोंकाइटिस
• गले में टॉन्सिल्स
• कान में संक्रमण
• गोनोरिया
• फुफ्फुस व्रण
• मूत्र मार्ग संक्रमण
• सूजाक
• त्वचा व कोमल ऊतक संक्रमण
• पित्ताशय व पित्तावाहिनी के संक्रमण
• शल्यक्रिया के बाद संक्रमण
सभी लक्षणों में इस दवा का इस्तेमाल किया जाता है, दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह के अनुसार किया जाता है पेनिसिलिन ग्रुप से एलर्जी होने पर इस दवा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
hifen 200 टैबलेट की खुराक । Omnicef o 200 dosage
इस की खुराक अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार लेना चाहिए। यह व्यक्ति की उम्र, वजन, लिंग और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर इसकी मात्रा को बढ़ा या घटा सकते हैं।
दवा लेने का माध्यम | मुंह |
दवा कितनी बार लेनी है | दिन में 2 बार |
दवा का प्रकार | टेबलेट |
खाने के बाद या पहले | खाने के बाद |
अवधि | डॉक्टर की सलाह अनुसार |
इस टेबलेट की खुराक अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार ले।
hifen 200 टैबलेट का इस्तेमाल कैसे करें । hifen 200 plus uses in hindi
इस दवा की सही खुराक के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह ले। इसलिए टेबलेट को बिना तोड़े साबुत निगल लें। इस दवा को खाने के पहले या खाने के बाद कभी भी इस्तेमाल किया जा सकता है, इसे एक निर्धारित समय पर लेना जरूरी है, इसकी एक टेबलेट को दिन में दो बार लिया जा सकता है।
hifen 200 टैबलेट की रचना । omnicef o 200 composition
इस टैबलेट की रचना सेफिक्सिम घटक को मिलाकर की गई है,यह निमोनिया , निमोनाइटिस , फुफ्फुस व्रण , मूत्र मार्ग संक्रमण , सूजाक , त्वचा व कोमल ऊतक संक्रमण को दूर करने में मदद करता है।
hifen 200 टैबलेट के नुक्सान । hifen 200 dt side effects
इसका इस्तेमाल करने पर यदि आपको यह साइड इफेक्ट दिखाई दे तो आपको डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए जैसे कि
• उल्टी
• वमन
• सिर दर्द
• मिचली आना
• सुस्ती
• घबराहट
• दस्त
• त्वचा पर चकते
hifen 200 टैबलेट से संबंधित विशेष सावधानियां
• अगर आपको पेनिसिलिन ग्रुप से एलर्जी है तो इस दवा का उपयोग ना करें।
• गर्भावस्था के समय का इसका इस्तेमाल अपने डॉक्टर की सलाह पर करना चाहिए।
• स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर करना चाहिए।
• बच्चो को इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर करना चाहिए।
• अस्थमा से पीड़ित लोगों को इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर करना चाहिए।
• गुर्दे की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर करना चाहिए।
निष्कर्ष
इस दवा का इस्तेमाल निमोनिया ,निमोनाइटिस, ब्रोंकाइटिस गले में टॉन्सिल्स ,कान में संक्रमण, गोनोरिया ,फुफ्फुस व्रण, मूत्र मार्ग संक्रमण , सूजाक ,त्वचा व कोमल ऊतक संक्रमण , पित्ताशय व पित्तावाहिनी के संक्रमण, शल्यक्रिया के बाद संक्रमण में किया जाता है।
पेनिसिलिन ग्रुप से संबंधित एलर्जी होने पर एक दवा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए गर्भावस्था और दुग्ध अवस्था में इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के अनुसार किया जाना चाहिए, 60 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों को यह दवा लेने में कोई समस्या नहीं होती है।
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